यूँही ये दिल कभी खुश कभी उदास सा रहता है
और ये भी कि इसमे कोई शक्स खास सा रहता है
मै उसके नाम की एक नज्म भी लिख नाही पाता
और ये भी कि वो जेहन में उपन्यास सा रहता है
यूँ तो मै उसे सारी कायनात मे ढूँढता फिरता हूँ
और ये भी कि वो मेरे सीने मे साँस सा रहता है
मैने उसे दिल में बहोत अंदर कहीं छुपाकर रखा है
और ये भी कि वो मेरे जिकरों में बिंदास सा रहता है
गर नापो तो सदियों की दूरियाँ हैं हमारे दरमियाँ
और ये भी कि वो हर पल कुछ पास सा रहता है
वो मिलेगा हमको ये उम्मीद तो कईँ बार टुट गई
और ये भी कि वो हमारा है ये आभास सा रहता है
मैंने कईँ दफा उसे अपने मुस्तकबिल में देखा है
और ये भी कि वो यादों में इतिहास सा रहता है
(मुस्तकबिल-भविष्य)
मुझको पता है वो कभी मुझे मिल नहीं सकता
और ये भी कि हरपल उसका एहसास सा रहता है
हर ख़याल में मैंने इस मुहब्बत को लबरेज पाया है
और ये भी कि वो मेरी हसरतों में प्यास सा रहता है
(लबरेज-तृप्त, पूर्ण)
और ये भी कि इसमे कोई शक्स खास सा रहता है
मै उसके नाम की एक नज्म भी लिख नाही पाता
और ये भी कि वो जेहन में उपन्यास सा रहता है
यूँ तो मै उसे सारी कायनात मे ढूँढता फिरता हूँ
और ये भी कि वो मेरे सीने मे साँस सा रहता है
मैने उसे दिल में बहोत अंदर कहीं छुपाकर रखा है
और ये भी कि वो मेरे जिकरों में बिंदास सा रहता है
गर नापो तो सदियों की दूरियाँ हैं हमारे दरमियाँ
और ये भी कि वो हर पल कुछ पास सा रहता है
वो मिलेगा हमको ये उम्मीद तो कईँ बार टुट गई
और ये भी कि वो हमारा है ये आभास सा रहता है
मैंने कईँ दफा उसे अपने मुस्तकबिल में देखा है
और ये भी कि वो यादों में इतिहास सा रहता है
(मुस्तकबिल-भविष्य)
मुझको पता है वो कभी मुझे मिल नहीं सकता
और ये भी कि हरपल उसका एहसास सा रहता है
हर ख़याल में मैंने इस मुहब्बत को लबरेज पाया है
और ये भी कि वो मेरी हसरतों में प्यास सा रहता है
(लबरेज-तृप्त, पूर्ण)
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